सच्ची मित्रता
बहुत समय पहले एक जगल में हाथियों का समूह रहता था उस समूह का सरदार सुमाली बहुत ही दयालु स्वभाव का था एक बार उस जगल में अकाल पड़ गया अकाल की वजह से जानवरों की हा लत खराब हो गई हाथी भी सब और पानी की तलाश करते घूमने लगे एक दिन एक हाथी भागता हुआ सुमाली के पास आया और बोला सरदार जंगल के बाहर जो नगर है न उसके दूसरी ओर की झील में पानी उपलब्ध है यह खबर सुनकर सुमाली बहुत खुश हुआ उसने तुरंत अपने झुंड को उसी ओर चलने का हुक्म दिया प्यासे हाथी अपनी पूरी रफ्तार से उसी और बढ़ने लगे तभी एक हाथी बोला हमें वहां पहुंचने के लिए उस नगर को भी पार करना पड़ेगा
उसमें कोई दिक्कत नहीं सूचना लाने वाले हाथी ने कहा उस शहर के निवासी बहुत पहले ही वह नगर छोड़कर जा चुके हैं यह है तो अच्छी बात हुई सुमाली बोला अगर उस नगर में लोग रह रहे होते तो हमें चक्कर लगाकर जाना पड़ता इसमें समय भी ज्यादा लगता और मेहनत भी खर्च होती लेकिन हाथियों को यह पता नहीं था कि मनुष्यो द्वारा वह नगर खाली करने के बाद चूहों ने उसे अपना घर बना लिया है उसे नगर में हजारों चूहे रहते थे जब हाथी मतवाली चाल से चलते हुए उस नगर से गुजरे तो हजारों चूहे उनके पैरों तले कुचल कर मारे गए हाथियों को यह पता भी नहीं चला क्योंकि वे उस समय पानी तक पहुंचने की धुन में थे उन्हें तो बस यही लग रहा था कि जल्दी से जल्दी पानी की उस झील तक जा पहुंचे झील में पहुंच कर हाथियों ने जी भरकर पानी पिया और एक दूसरे के साथ पानी में खेले इसके बाद में जंगल की ओर लौट पड़े उनकी वापसी की यात्रा में भी बहुत से चूहे मारे गए तब चूहे ने एक बैठक बुलाई उनके महामंत्री ने कहा अगर ऐसे ही चलता रहा तो हममें से कोई जीवित नहीं बचेगा
हाथियों का सरदार बड़ा ही दयालु हे हमें उसके पास जाकर अपनी समस्या बतानी चाहिए में स्वयं उसके पास जाऊंगा चूहों के राजा ने कहा
क्या हाथी हमारी बात मान जाएंगे एक चूहे ने पूछा
एक बार कहकर देखने में क्या हर्ज हे चूहों का राजा बोला
फिर चूहों के राजा ने सुमाली के पास जाकर कहा जब आपका झुंड हमारे नगर से होकर गुजरता हे तो बहुत से चूहे आपके हाथियों के पैरों तले कुचलकर मारे जाते हे अगर आप लोग झील पर जाने का कोई और रास्ता चुन ले तो हमारी जान बच जाएंगी सुमाली ने तुरंत उसका अनुरोध स्वीकार कर लिया चूहों के राजा ने इसके बदले कभी भी आवश्यकता पड़ने पर हाथियो की मदद करने का आश्वासन दिया इसके कई महीनो बाद कुछ शिकारी हाथियों का शिकार करने के लिए उस जगल में आए उन्होंने गहरे गढ़े खोदे और उन्हें घास और सुखी टहनियो से ढक दिया बेचारे हाथी उन गढ़ों से अनजान थे झील की ओर जाते समय बहुत से हाथी उन गढ़ों में गिर पड़े कई दिनों तक उन शिकारियों ने हाथियों को गढ़ों में ही पड़ा रहने दिया जब हाथी काफी कमजोर हो गए तब उन्होंने उन्हें गढ़ों से निकाला फिर उन्होंने उन हाथियों को मजबूत रस्सियों से बांध दिया ताकि बाद में आकर उन्हें मार सके हाथियों के झुंड पर गहरा संकट मंडरा रहा था तभी सुमाली को चूहों के राजा का वादा याद आया और उसने बचे हुए हाथियों को उसके पास मदद मांगने भेजा चूहों के राजा को अपना वादा याद था संदेश मिलते ही वह तुरंत बहुत से चूहों के साथ चल पड़ा जल्दी ही वे उस स्थान पर पहुंच गए अपने तेज दांतों से चूहों ने हाथियों की रस्सियों को काट दी इस तरह हाथियों की जान बच गई उन सबने चूहों को उनकी मदद के लिए धन्यवाद दिया
शिक्षा = हमें हमेशा दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए
Comments
Post a Comment